
तप के प्रकार: भगवद गीता और जैन दर्शन के अनुसार
तप के प्रकार: भगवद गीता और जैन दर्शन के अनुसार
तप के प्रकार: भगवद गीता और जैन दर्शन के अनुसार
अमेरिका और अन्य देशों में गंगाजल की अत्यधिक मांग है क्योंकि इसमें रोगाणुनाशक और औषधीय गुण पाए जाते हैं। यह बिना सड़ने वाला प्राकृतिक जल है, जो लंबे समय तक शुद्ध बना रहता है।
श्रद्धा और विधिपूर्वक शिवलिंग पर जल, दूध, घी, पुष्प आदि अर्पित करने से सभी इच्छाएं पूर्ण होती हैं और जीवन में सुख-समृद्धि बनी रहती है। शिव की उपासना करने से जीवन के सभी संकट दूर होते हैं
मंत्र दीक्षा का अर्थ है कि जब तुम समर्पण करते हो तो गुरु तुममें प्रवेश कर जाता है, वह तुम्हारे शरीर, मन, आत्मा में प्रविष्ट हो जाता है। गुरु तुम्हारे अंतस में जाकर तुम्हारे अनुकूल ध्वनि की खोज करेगा।
सपने में शालिग्राम भगवान देखना – शुभ या अशुभ?
सपने में बंदर को भागते हुए देखना एक दिलचस्प और गहरे अर्थ वाला सपना हो सकता है। बंदर को आमतौर पर स्वप्न शास्त्र में चंचलता, जिज्ञासा, सामाजिकता और आत्म-खोज का प्रतीक माना जाता है।