
रविवार व्रत कथा , विधि एवं आरती
रविवार व्रत कथा – इससे सभी पापों का नाश होता है। इससे मनुष्य को धन, यश, मान-सम्मान तथा आरोग्य प्राप्त होता है।इस व्रत के करने से स्त्रियों का बाँझपन दूर होता है। इस व्रत के करने से मनुष्य को मोक्ष प्राप्त होता है |
रविवार व्रत कथा – इससे सभी पापों का नाश होता है। इससे मनुष्य को धन, यश, मान-सम्मान तथा आरोग्य प्राप्त होता है।इस व्रत के करने से स्त्रियों का बाँझपन दूर होता है। इस व्रत के करने से मनुष्य को मोक्ष प्राप्त होता है |
कार्तिक पूर्णिमा का पर्व 18 नवंबर 2024 (सोमवार) को मनाया जाएगा। इस दिन का हिंदू धर्म में अत्यंत महत्व है और इसे दीपदान, गंगा स्नान, और दान-पुण्य के लिए विशेष माना जाता है।
कार्तिक मास के शुक्ल पक्ष की नवमी तिथि पर मनाया जाने वाला यह पर्व आंवला वृक्ष की पूजा को समर्पित है। धार्मिक ग्रंथों में आंवला वृक्ष को विशेष महत्व दिया गया है और इसे पवित्र एवं अक्षय माना गया है। इस दिन आंवला वृक्ष की पूजा करके भक्त दीर्घायु, स्वस्थ एवं सुखी जीवन की कामना करते हैं।
उत्पन्ना एकादशी के दिन एकादशी माता का जन्म हुआ था इसलिए इसे उत्पन्ना एकादशी कहा जाता है। देवी एकादशी भगवान विष्णु की एक शक्ति का रूप है। मान्यता है कि उन्होंने इस दिन उत्पन्न होकर राक्षस मुर का वध किया था।
Dev Uthani Ekadashi 2024 Date: इस बार देवउठनी एकादशी का व्रत 12 नवंबर को रखा जाएगा । मान्यता है कि इस दिन भगवान विष्णु 4 माह तक सोने के बाद जागते हैं, इन चार महीनों में भगवान विष्णु के सोने या कहें देव शयन के कारण सभी प्रकार के मांगलिक कार्य वर्जित होते हैं ।…