
भक्ति कितने प्रकार के होते हैं ?
भक्ति कई प्रकार की होती है। एक वर्गीकरण है सकाम और निश्काम भक्ति।
भक्ति कई प्रकार की होती है। एक वर्गीकरण है सकाम और निश्काम भक्ति।
हमारी प्राचीन संकृति में प्रणाम का महत्व प्रायः प्रत्येक प्राचीन ग्रंथो में किया गया है | इससे संबन्धित एक कथा महाभारत में आयी है आज हम उसिका वर्णन कर रहें हैं |
सच्चा प्यार पाने के सरल तरीके प्रेमियों और प्रेमियों के बीच विवाद होने पर भी निम्नलिखित सरल कदम काम करते हैं। प्रेमी-प्रेमिका के विवाह में आने वाली बाधाएं भी इन उपायों से दूर हो जाती हैं।
प्रत्येक दम्पति चाहतें हैं की उन्हे कम से कम एक पुत्र अवश्य हो | पौराणिक शास्त्रो में भी पुत्र का होना पित्तरों के निमित अति आवश्यक माना गया है |
पुण्यश्लोकोंका स्मरण – बस पाँच मिनट ले इनका नाम, बनेंगे सारे बिगरे काम |
ॐ शब्द के महत्व की तो सबसे पहले महान वैज्ञानिक भी इससे निकलने वाली ऊर्जा को अभी तक समझ नहीं पाये हैं |
यह एक प्रमाणित मंत्र है और इसका प्रभाव आपको सिर्फ सात दिनो में पता चल जाएगा | इस मंत्र का पाठ करने से पहले आपको भगवान रामचन्द्र पर असीम श्रद्धा रखनी होती है |
हिन्दू धर्म में सभी कष्टों के निवारण एवं ईश्वर प्राप्ति के लिए नित्य पुजा का मार्ग श्रेष्ट माना गया है। नित्य पूजन और नित्य पूजा मंत्र जपने से श्रद्धा और विश्वास का ही जन्म नही होता है
घर के वैदिक नाम रखने से कई लाभ हो सकते हैं, जो न केवल आपके घर को सुंदर और अर्थपूर्ण बनाते हैं, बल्कि घर में सकारात्मक ऊर्जा और सुख-शांति भी लाते हैं।